भावनाओं का पता नहीं एहसास प्रेम मन भावनाओं का दौलत बनाये बिंदी की कैद पिंजरा हिंदी कविता freeindia hindikavita जीने का हक उलझी में जो

Hindi भावनाओं का पिंजरा Poems